Class 6 Geography Chapter 1 – Hindi Notes
खगोलीय पिंड (CELESTIAL BODIES)
- सूर्य, चंद्रमा और रात के आकाश में चमकने वाली अन्य सभी वस्तुओं को आकाशीय पिंड कहा जाता है।
- चंद्रमा, तारे और ग्रहों को दिन के समय नहीं देखा जा सकता है क्योंकि सूर्य की तेज रोशनी हमें उन्हें देखने नहीं देती है
Contents
सितारे (STARS )
- सितारे खगोलीय पिंड होते हैं जो बहुत बड़े और गर्म होते हैं। वे गैसों से बने होते हैं। उनकी अपनी गर्मी और रोशनी होती है, जिसका वे बड़ी मात्रा में उत्सर्जन करते हैं। सूर्य भी एक तारा है।
- रात के आकाश में अनगिनत टिमटिमाते तारे सूर्य के समान हैं। लेकिन हम उनकी गर्मी या रोशनी महसूस नहीं करते हैं, और वे इतने छोटे दिखते हैं क्योंकि वे हमसे बहुत दूर हैं।
- तारामंडल (Constellations) विभिन्न तारों के समूहों द्वारा गठित विभिन्न पैटर्न हैं। उदाहरण के लिए, उरसा मेजर (Ursa Major) या बिग बीयर (Big Bear)।
- सप्तऋषि (Saptarishi) सात तारों का एक समूह है जो उरसा मेजर तारामंडल का एक हिस्सा बनाता है।
- ध्रुव तारा (The North Star or The Pole Star) उत्तर दिशा को इंगित करता है। यह हमेशा आकाश में एक ही स्थिति में रहता है। हम सप्तऋषि की मदद से ध्रुव तारे का पता लगा सकते हैं
- यदि कोई काल्पनिक रेखा सूचक तारों (The Pointer Stars) को जोड़ते हुए आगे बढ़ाई जाए , तो यह ध्रुव तारे की ओर इंगित करेगी।
सौरमंडल (THE SOLAR SYSTEM)
- सूर्य, आठ ग्रह (Planets), उपग्रह (Satellites) और कुछ अन्य खगोलीय पिंड जिन्हें क्षुद्रग्रह (Asteroids) और उल्कापिंड (Meteoroids) के रूप में जाना जाता है, सौर मंडल का निर्माण करते हैं।
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सूरज (THE SUN)
- सूर्य सौरमंडल के केंद्र में है। यह विशाल है और बेहद गर्म गैसों से बना है।
- यह खींचने वाला बल (Pulling Force) प्रदान करता है जो सौर मंडल को बांधता है।
- यह सौरमंडल के लिए ऊष्मा और प्रकाश का परम स्रोत है।
- यह पृथ्वी से लगभग 150 मिलियन किलोमीटर दूर है, इसलिए इसकी प्रचंड गर्मी हमारे द्वारा इतनी अधिक महसूस नहीं की जाती है।
ग्रह (PLANETS )
- ग्रह खगोलीय पिंड हैं जिनका अपना ताप और प्रकाश नहीं होता है। वे तारों की रोशनी से जगमगाते हैं। पृथ्वी (The Earth) भी एक ग्रह है। यह हमारे निकटतम तारे सूर्य से अपनी सारी ऊष्मा और प्रकाश प्राप्त करती है।
- हमारे सौर मंडल में आठ ग्रह हैं– बुध (Mercury), शुक्र (Venus), पृथ्वी (Earth), मंगल (Mars), बृहस्पति (Jupiter), शनि (Saturn), यूरेनस (Uranus) और नेपच्यून (Neptune)।
- बुध, शुक्र, पृथ्वी और मंगल सूर्य के बहुत करीब हैं और चट्टानों से बने हैं। उन्हें इनर प्लेनेट्स कहा जाता है।
- बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून सूर्य से बहुत दूर हैं और गैसों से बने हैं। उन्हें बाहरी ग्रह कहा जाता है।
- बृहस्पति, शनि और यूरेनस के चारों ओर छल्ले हैं। ये मलबे की बेल्ट हैं।
- ग्रह सूर्य के चारों ओर परिक्रमा पथ (Orbit) में स्थिर और दीर्घ पथ पर चलते हैं।
- बुध को, सूर्य का निकटतम ग्रह होने के कारण, एक चक्कर पूरा करने में केवल लगभग 88 दिन लगते हैं।
- शुक्र को ‘पृथ्वी का जुड़वां‘ माना जाता है क्योंकि इसका आकार–प्रकार पृथ्वी के समान है।
- वर्ष 2006 तक, प्लूटो को भी एक ग्रह भी माना जाता था। लेकिन फिर इसे बौने ग्रह ( Dwarf Planet) के स्तर पर पदावनत कर दिया गया।
पृथ्वी (THE EARTH)
- यह आकार से पाँचवाँ सबसे बड़ा ग्रह है और ध्रुवों पर थोड़ा चपटा है।
- इसके आकार को एक भू–आकृति (Geoid) के रूप में वर्णित किया गया है जिसका अर्थ है पृथ्वी जैसा आकार।
- यह सौर मंडल का एक अनूठा ग्रह है क्योंकि:
- जीवन की सहायता करने के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ शायद पृथ्वी पर ही पाई जाती हैं।
- यह न तो बहुत गर्म है और न ही बहुत ठंडा है।
- इसमें पानी और हवा है, जो हमारे अस्तित्व के लिए बहुत आवश्यक हैं।
- हवा में ऑक्सीजन जैसी जीवनदायिनी गैसें हैं।
- बाहरी अंतरिक्ष से, पृथ्वी नीली दिखाई देती है क्योंकि इसकी दो तिहाई सतह पानी से ढकी है। इसलिए इसे नीला ग्रह(Blue Planet) कहा जाता है।
उपग्रह (SATELLITE)
- ये खगोलीय पिंड हैं जो ग्रहों के चारों ओर उसी तरह से घूमते हैं जैसे ग्रह सूर्य के चारों ओर घूमते हैं।
- एक मानव निर्मित उपग्रह एक कृत्रिम निकाय है। इन्हें वैज्ञानिक ब्रह्मांड के बारे में या संचार के लिए जानकारी इकट्ठा करने के लिए डिज़ाइन करते हैं।
- कृत्रिम उपग्रह एक रॉकेट द्वारा जाए जाते हैं और पृथ्वी के चारों ओर कक्षा में स्थापित किए जाते हैं।
चांद (THE MOON)
- चंद्रमा एक उपग्रह है और पृथ्वी के चारों ओर घूमता है।
- पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह।
- इसका व्यास पृथ्वी से केवल एक–चौथाई है।
- यह इतना बड़ा इसलिए प्रतीत होता है क्योंकि यह अन्य खगोलीय पिंडों की तुलना में पृथ्वी के निकट है।
- यह लगभग 27 दिनों में पृथ्वी के चारों ओर घूमता है और एक स्पिन को पूरा करने में ठीक उतना ही समय लेता है। इसलिए, पृथ्वी पर चंद्रमा का केवल तरफ का हिस्सा हमें दिखाई देता है।
- इस पर पानी या हवा जैसी जीवन के लिए अनुकूल स्थितियां नहीं है।
- इसकी सतह पर पहाड़, मैदान और खड्डे हैं।
- चंद्रमा अलग–अलग समय पर, अलग–अलग आकार में और अलग–अलग स्थिति में दिखाई देता है।
- पूर्ण चन्द्रमा एक महीने में केवल एक बार पूर्णिमा की रात देखा जा सकता है।
- पूर्णिमा के एक पखवाड़े बाद अमावस्या की रात या अमावस्या को, इसे बिल्कुल नहीं देखा जा सकता।
क्षुद्र ग्रह (ASTEROIDS)
- ये कई छोटे निकाय हैं जो सूर्य जैसे सितारों, ग्रहों और उपग्रहों के चारों ओर घूमते हैं।
- वे मंगल और बृहस्पति की कक्षाओं के बीच पाए जाते हैं।
उल्कापिंड (METEOROIDS)
- ये चट्टानों के छोटे–छोटे टुकड़े हैं जो सूर्य के चारों ओर घूमते हैं।
- कभी–कभी वे पृथ्वी के पास आते हैं और उस पर गिर जाते हैं।
- हवा के साथ घर्षण के कारण वे गर्म हो जाते हैं और जल जाते हैं, जिससे प्रकाश की चमक पैदा होती है।
- कभी–कभी, पूरी तरह से जले बिना उल्का पृथ्वी पर गिरता है और गड्ढा बना देता है।
- गैलेक्सी (GALAXY)
- यह अरबों सितारों, धूल और गैसों के बादलों की एक विशाल प्रणाली है।
- हमारा सौर मंडल आकाशगंगा (The Milky Way) गैलेक्सी क एक भाग है।
- इस तरह की लाखों गैलेक्सी ब्रह्मांड (The Universe) का निर्माण करती हैं।
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